आचार्य चाणक्य
आपको अगर अपने जीवन को सफल बनाना है और अपने जीवन की छोटी – छोटी परेशानियों को दूर करना है तो आपको विद्वान आचार्य चाणक्य की बातों को अपने जीवन में उतारना शुरू कर देना चाहिए. आचार्य चाणक्य ने जिस तरह से कूटनीति और राजनीति की सरल व्याख्या की है उससे हर व्यक्ति अपनी जीवन को आसान बना सकता है. आपको अपने जीवन को शानदार बनाना है तो चाणक्य नीति पढना शुरू कर देना चाहिये.
प्रसिद्ध पुस्तको में शुमार चाणक्य नीति, अर्थशात्र, अर्थनीति, कृषि, और समाजनीति आदि ग्रन्थ स्वंय चाणक्य ने लिखी हैं इनको इन ग्रंथो का जनक भी माना जाता हैं. चाणक्य राजा चन्द्रगुप्त मौर्य के शासन में महामंत्री थे और चाणक्य के चाल से ही नन्द वंश का नाश करके चन्द्रगुप्त मौर्य को राजा बनाया और भारतवर्ष में चाणक्य को एक समाज का सेवक और विद्वान माना जाता हैं. इनके जन्म और मृत्यु के विषय में अभी साफ-साफ उल्लेख नहीं है फिर भी लोग इनका जन्म ईसापूर्व से 375 को मानते हैं और इनकी मृत्यु ईसापूर्व से 283 को मानते है.
चाणक्य का जन्म पंजाब में हुआ था और मृत्यु पाटलिपुत्र में हुई थी. चाणक्य हिन्दू धर्म को मानते थे व इनके अनेक नाम है जैसे – चाणक्य, कौटिल्य, विष्णु गुप्त आदि. चाणक्य को राजसी ठाट मिलते हुए भी ये एक छोटी सी कुटिया में अपना जीवन – यापन करते थे.
प्रसिद्ध पुस्तको में शुमार चाणक्य नीति, अर्थशात्र, अर्थनीति, कृषि, और समाजनीति आदि ग्रन्थ स्वंय चाणक्य ने लिखी हैं इनको इन ग्रंथो का जनक भी माना जाता हैं. चाणक्य राजा चन्द्रगुप्त मौर्य के शासन में महामंत्री थे और चाणक्य के चाल से ही नन्द वंश का नाश करके चन्द्रगुप्त मौर्य को राजा बनाया और भारतवर्ष में चाणक्य को एक समाज का सेवक और विद्वान माना जाता हैं. इनके जन्म और मृत्यु के विषय में अभी साफ-साफ उल्लेख नहीं है फिर भी लोग इनका जन्म ईसापूर्व से 375 को मानते हैं और इनकी मृत्यु ईसापूर्व से 283 को मानते है.
चाणक्य का जन्म पंजाब में हुआ था और मृत्यु पाटलिपुत्र में हुई थी. चाणक्य हिन्दू धर्म को मानते थे व इनके अनेक नाम है जैसे – चाणक्य, कौटिल्य, विष्णु गुप्त आदि. चाणक्य को राजसी ठाट मिलते हुए भी ये एक छोटी सी कुटिया में अपना जीवन – यापन करते थे.

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