शेर-ओ-शायरी




💖💖जवाब तो हर बात का दिया जा सकता है मगर,

                जो रिश्तों की अहमियत न समझ पाया वो शब्दों को क्या समझेंगे💖💖☝🏻🍁


नज़रिया उसका कभी साथ छोड़ने का न था...
                     वो छोड़कर गई तो उसकी याद साथ रह गई...!!!


आ जाते हैं वो भी रोज ख्वाबों में, 
                   जो कहते हैं हम तो कहीं जाते ही नहीं।


बेचैन रहती हैं आँखें मेरी, एक तू ही अच्छा लगता हैं,
                    झूठी लगती है दुनिया सारी, एक तू ही सच्चा लगता हैं.


ग़लतफहमी में जीने का मज़ा कुछ और ही है...🌹
                   वरना हकीकतें तो अक्सर रुला देती है......❤


चोट लगे तो रो कर देखो......
               आंसू भी मरहम होता है🌹🌹🌹🌹


💞💞खुदा से मिलती है सूरत मेरे महबूब की💞💞
            💞 अपनी तो मोहब्बत भी हो जाती है और इबादत भी 💞💞

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